यौवन जल्दी ढल जाता है इन कारणों से, अपना ध्यान रखना
शरीर के युवा रहने की आयु 20 साल की उम्र से लेकर 50 साल तक मानी जाती है लेकिन आधुनिक जीवन में बहुत से कारण ऐसे हो गये हैं कि यौवन 35-40 की उम्र से ही ढलना शुरू हो जाता है फिर चाहे युवक हों या युवतियॉ दोनों ही इसके शिकार होते हैं । चलिये आपको बताते हैं उन कारणों के बारे में जिनसे यौवन जल्दी ढलना शुरू हो जाता है ।
कारण नम्बर एक :-
पूरी नींद ना सोना और टाईम बेटाईम सोना । ऐसा करने से यौवन जल्दी ढल जाता है । ऐसा करने से शरीर के दोष अपनी प्राकृतिक अवस्था में नही रह पाते हैं और उनमें असन्तुलनता आ जाती है । इसलिये अपनी नींद का जरूर ध्यान रखें ।कारण नम्बर दो :-
कुछ दवाओं के सेवन से भी शरीर की जीवनी शक्ति कम होती है और इस कारण से शरीर जल्दी ढलने लगता है । शरीर का कोई अंग बदला गया है तो शरीर की प्रतिरोधी शक्ति को कम करने के लिये दवायें खानी पड़ती हैं इसके अलावा एण्टीबॉयोटिक दवायें एक धीमे जहर की तरह शरीर के ओज का नाश करती हैं ।कारण नम्बर तीन :-
उल्टा सीधा खाना और बिना वक्त के खाना बहुत खराब आदत है । इससे पाचन तंत्र खराब होकर आँतों में स्थाई विकृति आ सकती है । यदि पाचन तंत्र खराब हो जाता है तो पूरे शरीर का सिस्टम ही खराब हो जाता है जिस कारण से आपके शरीर से युवावस्था के लक्षण जल्दी विदा होने लगते हैं । इसलिये अपने खाने पीने का विशेष ध्यान रखिये ।
कारण नम्बर चार :-
उत्तेजक पेय जैसे चाय कॉफी और चॉकलेट के सेवन से शरीर की नाड़ियॉ उत्तेजित होकर क्षमता से अधिक काम करती हैं और जल्दी बूढ़ी होने लगती हैं । इसके अलावा कोल्डड्रिंक के ज्यादा सेवन से शरीर का मेटाबॉलिज्म खराब होता है जिससे शरीर बूढ़ा होने लगता है । इस विषय में जरूर सावधानी बरतें और इन चीजों के सेवन में सँयम बरतें ।कारण नम्बर पाँच :-
शरीर पर चढ़ने वाला मोटापा आपके शरीर को युवा नही रहने देता । ज्यादा थकान रहना और कार्य करने की शक्ति ना महसूस होना ऐसा हर उस इन्सान को महसूस होता है जिसका शरीर ज्यादा वजन से युक्त है । इसलिये अपने वजन को नियन्त्रण में रखने के लिये सदैव सजग रहें ।कारण नम्बर छः :-
मानसिक तनाव की दशा शरीर की समस्त क्रियाओं को प्रभावित करने लगती है फिर वो चाहे सोने का रूटीन हो या खाने का, सभी पर इसका गलत प्रभाव पड़ता है । तनाव की दशा से जितनी जल्दी सम्भव हो उतनी जल्दी बाहर निकलिये । वैसे भी तनाव रखने से कोई समस्या हल तो होती ही नही है अगर ऐसा होता तो हर कोई अपनी समस्या को हल करने के लिये तनाव रखने के लिये लोगों को नौकरी पर रखने लगता । इसलिये अपनी सोच को पॉजिटिव रखिये और अपने समय का आनन्द लीजिये ।कारण नम्बर सात :-
नशा और धूम्रपान करना आपकी धातुओं का शोषण करता है । आयुर्वेद के अनुसार धातुऐं ही शरीर का धारण करती हैं । यदि शरीर की धातुऐं कमजोर होंगी तो शरीर की बुनियाद भी कमजोर होगी और ऐसा शरीर युवा नही रह सकता है ।
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