जीभ का लाल रंग होना :-
अलग अलग बीमारी के कारण जीभ का रंग अलग अलग हो सकता है। जब जीभ अपने नैचुरल गुलाबी रंग से गहरे रंग की अर्थात लाल दिखाई देती है तो यह इशारा देती है कि शरीर में जरूरी पोषक तत्व जैसे कि विटामिन बी की कमी है। यदि जीभ लाल होने के साथ दाने भी पक रहे हैं तो यह पाचन खराब होने की निशानी होती है। कई बार बहुत तेज गर्म चाय कॉफी आदि पी लेने अथवा तेज गर्म भोजन अचानक मुँह में रख लेने के कारण भी जीब जल जाती है जिसके कारण लाल रंग की दिखाई देती है।
पीले रंग की जीभ :-
यदि आपने नोटिस किया हो तो काफी सारे लोगों की जीभ पीले रंग की दिखाई देती है। कई बार जीभ पर पीले रंग की मैल की परत जम जाती है जो कि खासतौर पर पाचन खराब होने और पित्त के बिगड़ने से होती है इसके अलावा बदहजमी का पुराना रोग होने पर भी जीभ पर पीली परत चढ़ जाती है। लीवर के रोग होने पर और पायरिया के रोगी में भी विशेष बदबू के साथ जीभ पीले रंग की देखने में आती है। बुखार में भी अक्सर जीभ पीली हो जाया करती है।
Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved MeerutInstagram पर हमें फॉलो करें :- Prakashit Ayurved
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें