बनाने का तरीका :-
इस चूर्ण को बनाने के लिये सबसे पहले सभी सामान को लेकर ध्यान से साफ कर लें और एक दिन कड़ी धूप में सुखा लें । हल्दी को इमामदस्ते में दरदरा कूट लें । अब सभी सामान को मिक्सी में डालकर 2-4 मिनट तक चला लें इसका बारीक चूर्ण तैयार हो जायेगा । इस चूर्ण को साफ सूती कपड़े में एक बार छान लें और छान लेने के बाद जो मोटा चूर्ण बचे उसको दोबारा मिक्सी में एक मिनट तक चला लें और फिर पहले छने हुये चूर्ण में मिलाकर अच्छे से मिलाकर एक साफ काँच की शीशी में भर कर रख लें । ध्यान रखें की शीशी एयरटाईट हो । एयर टाईट ना होने पर यह चूर्ण नमी पकड़ लेगा और जल्दी खराब हो जायेगा । एयर टाईट रखने पर 2-3 महीने तक भी यह खराब नही होता है ।सेवन विधी :-
इस चूर्ण को दिन में दो बार सेवन करना उचित है । रोज सुबह खाली पेट और रोज रात को सोते समय 2-2 ग्राम चूर्ण का सेवन किया जाना चाहिये । दोनो ही समय गुनगुने पानी के साथ सेवन करें । एक बार में लागातार 2 महीने तक सेवन किया जा सकता है । उसके बाद 15 दिन का अंतर रखकर दोबारा शुरू किया जा सकता है । स्त्री और पुरुष दोनों ही इस चूर्ण को प्रयोग कर सकते हैं । आगे की स्लाइड में हमा बात कर रहे हैं कि बॉडी को डिटॉक्स करने के अलावा यह चूर्ण और किन किन समस्याओं में लाभ करता है। Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved MeerutInstagram पर हमें फॉलो करें :- Prakashit Ayurved
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें