कोरोना के इलाज के लिए कैसे प्रयोग होने लगी Ivermectin :-
साल 2020 के प्रारम्भिक दौर में जब सारी दुनिया में कोविड-19 के केस पाये जाने लगे तो इसके इलाज के लिए कोई भी भरोसेमन्द दवाई उपलब्ध नही थी ऐसे में सभी दवाओं को लेकर पूरे विश्व में प्रयोग किये जाने लगे । आस्ट्रेलिया में आइवरमैक्टिन के घोल में कोरोना के स्ट्रेन डालकर एक पेट्रीदिश में रखा गया तो पाया गया कि इसने 24 घण्टे के अन्दर कोरोना के स्ट्रेन को नष्ट करने में सफलता पायी गयी । इसके बाद कोरोना पोजोटिव लोगों में इसका प्रयोग किया तो लाभकारी परिणाम सामने आये उसके बाद कोरोना के चिकित्सा प्रोटोकॉल में इसा दवा आइवरमैक्टिन के प्रयोग की WHO ने अनुमति प्रदान की । वर्तमान लहर के दौरान प्रमुखता के साथ से इस दवा का प्रयोग सभी चिकित्सक अपने कोरोना पॉजिटिव रोगियों में प्रयोग करवा रहे हैं । आगे की स्लाइड में हम आपको इसके सेवन की सही मात्रा और सावधानी और सम्भावित खतरों के बारे में बता रहे हैं ।
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