कोविड-19 के नए स्ट्रेन से निमोनिया क्यों होता है
कोरोना वायरस से निमोनिया होने के कारणों को समझने के लिए हमें यह जानना जरूरी होता है कि कोरोना का वायरस शरीर पर हमला किस तरह करता है। आज के समय में कोरोना का रोगी ही कोरोना वायरस को फैलाने का सबसे बड़ा कारण है। जब कोरोना रोगी के श्वास के साथ ड्रॉपलेट्स निकलती हैं तो उसमें कोरोना वायरस के स्ट्रेन भी मौजूद होते हैं जब किसी स्वस्थ व्यक्ति के श्वास के साथ यह ड्रॉपलेट्स उसके शरीर में प्रवेश करते हैं तो श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से पर इकट्ठा होकर अपनी संख्या बढ़ाते हैं धीरे-धीरे यह अल्वेओली पर हमला करना शुरू करते हैं और कोरोना का इन्फेक्शन होना शुरू हो जाता है इस संक्रमण के कारण फेफड़ों में मृत कोशिकाओं और फ्लूड का निर्माण होने लगता है जिसके कारण फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी आने लगती है इसके अलावा एलवीओली पर कोरोना वायरस के अटैक के कारण ऑक्सीजन संपूर्ण फेफड़ों में नहीं चल पाती है जिससे कि शरीर में ऑक्सीजन का स्तर गिरते हुए देखा जाता है यह कंडीशन उचित उपचार न मिलने की दशा में रोगी के लिए प्राणघातक सिद्ध होती है।
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