शनिवार, 15 मई 2021

वायरल बुखार क्या होता है

वायरल बुखार क्या होता है :-

सामान्य तौर पर किसी भी वायरस के संक्रमण से होने वाले बुखार को वायरल बुखार की श्रेणी में रखा जाता है। आयुर्वेदिक सिद्धांतों के हिसाब से देखें तो वायरस का संक्रमण शरीर पर होने के बाद में शरीर में स्थित तीनों दोष अर्थात वास्त पित्त और कफ प्रकुपित हो जाते हैं जिसमें विशेष तौर पर कब बढ़कर पाचक अग्नि को बंद कर देता है जिससे कि रोगी को भूख लगने बंद अथवा कम हो जाती है साथ ही शरीर में धीरे-धीरे कमजोरी होने लगती है।

वायरल बुखार होने के कारण :-

सामान्य तौर पर यह माना जाता है कि शरीर की इम्युनिटी शक्ति के कमजोर होने पर यह वायरल बुखार होता है। विशेष रूप से मौसम बदलने के समय पर यह देखने में आता है लेकिन इसके अलावा और भी प्रमुख कारण हो सकते हैं जिससे कि वायरस बुखार का संक्रमण आपके शरीर को ग्रसित कर सकता है । कुछ प्रमुख कारणों की बात करें तो उनमें दूषित जल एवं भोजन का सेवन करना, साफ सफाई का ध्यान में रखना, मौसम में प्रदूषण के कारण श्वास के साथ शरीर में दूषित कणों का प्रवेश होना और किसी वायरस संक्रमित रोगी के संपर्क में आने पर वायरल बुखार होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आगे की स्लाइड में हम आपको जानकारी दे रहे हैं कि वायरल फीवर होने पर किस तरह के लक्षण सामने आते हैं जिसके आधार पर आप वायरल फीवर की पहचान आसानी के साथ में कर सकते हैं।

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