पेशाब में परेशानी होना :-
हम सब जानते हैं कि गुर्दों का मुख्य कार्य शरीर से पेशाब को बाहर निकालने का रहता है पेशाब के साथ ही शरीर से विषैले तत्वों को भी बाहर निकालने में गुर्दे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सामान्य तौर पर एक दिन भर में 5 बार पेशाब करने के लिए जाता है तथा उसको पेशाब धार बनकर आता है। गुर्दों में होने लगता है तो ऐसी कंडीशन में पेशाब की मात्रा घट अथवा बढ़ सकती है तथा पेशाब का फ्लो भी ठीक नहीं रहता है। किडनी के रोगी अक्सर बार-बार पेशाब करने के लिए जाते हैं उनको पेशाब खुलकर नहीं हो पाता है साथ ही उनको गुर्दों के ऊपर दर्द महसूस होता है तथा पेशाब करते वक्त भी विशेष तरह की जलन का अनुभव उनको हो सकता है।ठंड का ज्यादा लगना :-
अक्सर मलेरिया के बुखार में सामने आने वाला यह लक्षण किडनी रोगियों को बहुत ज्यादा परेशान करता है। यदि किसी रोगी की किडनी खराब होने लगी है ऐसी कंडीशन में उसको ठंड ज्यादा लगती है यहां तक कि गर्मी के मौसम में ही तो है ठंड लगने की शिकायत लगातार करता रहता है। यदि कोई व्यक्ति लगातार ठंड लगने के साथ-साथ ज्यादा सोने की परेशानी से घिरा हुआ है तो यह किडनी में कोई रोग होने का एक स्पष्ट लक्षण रहता है। इस तरह के रोगियों को अपनी जांच एवं इलाज प्राथमिकता के साथ में करवानी चाहिए तथा जब तक रोग का पूरी तरह निराकरण ना हो जाए तब तक अपने इलाज को बीच में नहीं छोड़ना चाहिए।Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved Meerut
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