मासिक धर्म के समय होने वाली परेशानी :-
जैसे हम मल -मूत्र करते हैं वैसे ही पीरियड्स भी स्त्री के शरीर की सामान्य प्रक्रिया है। यदि पीरियडस समय पर और सही मात्रा में सही फ्लो के साथ नियमित आते रहते हैं तो यह स्त्री की अच्छी सेहत के बारे एक स्पष्ट इशारा होता है लेकिन यदि मासिक नियमित नही है या फिर मासिक से जुड़ी कुछ समस्याएं सामने आती हैं तो यह जल्दी से जल्दी ध्यान दिये जाने वाली कण्डीशन होती है। यदि मासिक चक्र में सब कुछ नार्मल है तो इसमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। लेकिन आजकल 60-70% स्त्रियों में इस समय कुछ न कुछ परेशानी जरूर होती है। जैसे :- पेट के निचले भाग, पेडू और पीठ में दर्द या भारिपन, बार -बार वाशरूम का आना, आलस, कमजोरी, चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, सिर में दर्द। इन सबके अलावा छाती में भारीपन, जंघाओं में भारीपन, Body temperature लगभग 1डिग्री तक कम होना और Blood Pressure भी कई महिलाओं में कम हो जाता है। अधिकतर महिलाओं में ये लक्षण मासिक का स्राव रुक जाने के बाद समाप्त हो जाते हैं जबकि कुछ महिलाओं में इस तरह की समस्याएं पूरे महीने ही लगातार बनी रहती हैं।
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