रविवार, 4 जुलाई 2021

Dysmenorrhoea या कष्टआर्तव

2:- Dysmenorrhoea या कष्टआर्तव :-

इसमें पीरियड्स बहुत painful होते हैं। लगभग 5-10 प्रतिशत लड़कियां teenage के समाप्ति के दिनों में और महिलाएं अपनी early twenties में इससे परेशान होती हुई देखी जाती हैं।

लक्षण :-

Patient ज्यादातर 18-24 वर्ष की होती हैं, 30 के बाद बहुत कम देखा गया है। दर्द पीरियड्स आने के 1-2 घंटे पहले शुरू होता है और 12-24 घंटे तक रहता है, फिर कम हो जाता है। चक्कर आना, जी मिचलाना, वमन (vomitting ), सरदर्द भी हो सकता है।

Dysmenorrhoea के कारण :-

गर्भाशय का विकृत हो जाता अर्थात गर्भाशय की संरचना में कुछ विकार हो जाना, गर्भाशय का अपने स्थान से हट जाना अर्थात यूटेराइन प्रोलेप्स, पीरियड्स के समय में अपने पार्टनर के साथ क्रिया करना आदि इसके प्रमुख कारण होते हैं। कई बार इसके कारण मानसिक तनाव और फोबिया भी हो सकता है। Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved Meerut
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