हमेशा ही थकान बने रहना :-
शरीर में ऊर्जा की कमी होना और उसके कारण शरीर का थक जाना, यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और पर्याप्त आराम के बाद शरीर दोबारा रिफ्रेश हो जाता है। लेकिन जब ऐसा हो कि शरीर लगातार ही थकान महसूस करता रहे और बॉडी में स्टेमिना बिल्कुल भी महसूस ना हो तो ये एक इशारा है कि गुर्दों के साथ कुछ गलत हो सकता है। जब गुर्दों की कार्यशीलता में कमी आती है तो वे खून को पूरी तरह से फिल्टर नही कर पाते जिसके कारण खून ऑक्सीजन को पूरे शरीर तक पर्याप्त मात्रा में पहुँचाने में नाकामयाब रहता है जिसके कारण लगातार थकान बनी रहती है।अकारण ही खुजली बनी रहना :-
जब गुर्दों द्वारा खून को फिल्टर करने की प्रक्रिया ज्यादा बाधित होने लगती है तो टॉक्सिन्स खून के साथ ही घुले रहकर पूरे शरीर में घूमते रहते हैं और विशेष रूप से ऐसी दशा में त्वचा के रोमछिद्रों का वर्कलोड बढ़ जाता है क्योंकि तब शरीर खुद को डिटॉक्स करने के लिए पसीने का उत्सर्जन बढ़ाना चाहता है। इससे अक्सर पसीने के छिद्र ब्लॉक होने लगते हैं और टॉक्सिन्स त्वचा के नीचे एकत्रित होने लगते हैं। जिसके कारण त्वचा में पहले सूखी खारिश और धीरे धीरे खाज खुजली की समस्या बढ़ती जाती है।Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved Meerut
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