बाँस प्रयोग होता है अगरबत्ती में :-
आजकल पूजन के लिये अपने ईष्ट की आराधना करने के लिये हम दीपक और धूपबत्ती के स्थान पर अगरबत्ती का प्रयोग ज्यादा करने लगे हैं । आपको मालूम होना चाहिये कि अगरबत्ती में जो लकड़ी लगी होती है उसको बाँस को छिलकर ही तैयार करा जाता है क्योंकि यह बहुत सस्ता पड़ता है । जब यह अगरबत्ती घर और बाहर जलायी जाती है तो इसके गम्भीर परिणाम उन लोगों को भी झेलने पड़ते हैं जिन्होने बाँस को कभी हाथ भी नही लगाया । इसके अलावा अगरबत्ती को सुगन्धित बनाने के लिये और उस सुगन्ध को दूर दूर तक फैलाने के लिये उसमें फेथलेट नामक जहरीला रसायन मिलाया जाता है जो कि साँस के साथ हमारे शरीर में जाकर हमको बहुत बीमार बनाता है और कैन्सर जैसे जानलेवा रोग का कारण बनता है । शायद यही कारण है कि हमारे शास्त्रों में कही पर भी अगरबत्ती के प्रयोग का उल्लेख नही मिलता है सिर्फ धूप ( गुग्गुलु और लोबान आदि ) को ही जलाने का निर्देश मिलता है ।
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