दही खाने का नियम नम्बर दो :-
अब बात आती है कि हमें
दही का सेवन दिन में किस समय करना चाहिये । तो हमको
दही का सेवन सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच करना ज्यादा उचित रहता है । क्योंकि इसमें आँतों को शक्ति देने वाले अच्छे बैक्टिरिया होते हैं और दिन के समय अधिकतर शरीर ऊधर्व अवस्था में रहने के कारण आँते अपना कार्य सबसे ज्यादा करती हैं जिस कारण से अच्छे बैक्टिरिया का लाभ आँतों को ज्यादा से ज्यादा मिलता है ।
दही खाने का नियम नम्बर तीन :-
अगला मुद्दा आता है कि हमें दोपहर दो बजे के बाद
दही का सेवन क्यों नही करना चाहिये । इसका जवाब इस तरह है । दोपहर ढलते ढलते
दही का प्राकृतिक मीठा स्वाद बदलकर खट्टा होने लगता है । शाम का समय शरीर में पित्त के प्रकोप का होता है और इस दौरान सेवन करने से यह शरीर में पित्त की प्रकृति को बढ़ाकर पित्तज व्याधियॉ उत्पन्न करता है ।
दही खाने का नियम नम्बर चार :-
रात के समय
दही नही खाना चाहिये । इसका कारण यह है कि रात के समय तक
दही की प्रकृति बहुत गरिष्ठ हो जाती है और
दही पेट को भारी पड़ता है । कहते भी हैं कि रात का भोजन हल्का करना चाहिये । इसके अलावा एक दूसरा कारण यह भी है कि रात का अधिकाँश समय लेटकर सोने में गुजरता है और लेटी अवस्था में
दही आँतों की कार्यशीलता को धीमा करता है । आपने देखा भी होगा कि रात के समय
दही खाने वालों को अक्सर कब्ज की समस्या रहती है ।
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