रविवार, 27 दिसंबर 2020

स्वस्थ होने का लक्षण हैं शौच का होना

स्वस्थ होने का लक्षण हैं शौच का होना


जिस प्रकार सही प्रकार से भोजन करना स्वस्थ होने का लक्षण होता है उसी तरह से सही शौच का होना भी स्वस्थ होने का लक्षण होता है । एक कहावत भी है एक बार जाये योगी, दो बार जाये भोगी, बार बार जाये रोगी । अर्थात जिस व्यक्ति को किसी भी कारण से बार बार शौच के लिये जाना पड़ता है वह रोगी होता है । सामान्य दशा में शौच के लिये सुबह एक बार जाया जाता है और जिनको पाँच मिनट से कम समय में खुलकर प्रेशर रिलीज हो जाता है वह स्वस्थ माना जाता है । कुछ लोगों का सामान्य नियम पहले से ही दिन में दो बार अर्थात सुबह और शाम के समय जाने का होता है तो इसको भी अच्छी सेहत की निशानी माना जा सकता है । लेकिन यदि रोगी को दिन भर में बार बार शौच के लिये जाना पड़े तो यह निश्चित ही रोगी होने का सूचक होता है । इस तथ्य के अलावा मल की कठिनता और मृदुता भी आपके स्वस्स्थ्य के बारे में बताती है । स्वस्थ व्यक्ति का मल ना तो बहुत ज्यादा कड़ा और ना ही बहुत ज्यादा पतला होता है । इसके अलावा मल की प्राकृतिक दुर्गन्ध का होना भी उत्तम स्वास्थय का लक्षण होता है । आगे की स्लाइड में हम जानेंगें स्वास्थय के अगले लक्षण के बारे में ।

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