आप स्वस्थ हैं या नही, बता देंगें ये छः लक्षण

हर किसी की ख्वाहिश होती है कि वह स्वस्थ रहें और काफी सारे लोग अपनी सेहत को लेकर बहुत ज्यादा जागरूक भी रहते हैं । आयुर्वेद का पहला उद्देश्य भी यही है कि स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थय को बनाये रखा जाये और दूसरा उद्देश्य यह होता है कि यदि रोग पैदा हो जाये तो उसका निराकरण किया जाये । स्वस्थ की परिभाषा देते हुये आयुर्वेद बताता है कि जिस व्यक्ति के दोष ( वात,पित्त,कफ), अग्नि और मल सम अवस्था में बने हुये हैं और जिसकी आत्मा , इंद्रियॉ और मन प्रसन्न रहता है वह स्वस्थ होता है । लेकिन इन सिद्धांतों के आधार पर आपके स्वास्थय की परीक्षा करना एक आयुर्वेदिक चिकित्सक का कार्य होता है । आज इस लेख के माध्यम से हम आपको ऐसे छः लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जिनको जाँचकर आप खुद अपनी या और किसी की सेहत का अन्दाजा लगा सकते हैं । बहुत ही अच्छी जानकारी है थोड़ा सा समय निकालकर अन्तिम स्लाइड तक इस लेख को पूरा जरूर पढ़ियेगा । तो चलिये शुरू करते हैं इस अनूठी जानकारी के बारे में ।
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