क्या होती है गण्डूस क्रिया :-
मुँह के अन्दर तेल भरकर उसको मुँह में ही रखे रखना और लगभग 20-30 मिनट के लिये इसी अवस्था में रखना ही गण्डूस क्रिया कहलाती है । आयुर्वेद में दिनचर्या के सिद्धान्त में इसको एक नियमित दैनिक कर्म के तौर गिना गया है और मुख गुहा की सफाई और हाइजीन को मेन्टेन करने के लिये यह काफी उपयोगी रहता है । इसके लिये आप तिल का तेल, नारियल का तेल अथवा जैतून का तेल प्रयोग में ला सकते हैं । एक समय में लगभग 20 मिलीलीटर तेल का प्रयोग हो जाता है । अंग्रेजी भाषा में इसको ऑयल पुलिंग कहा जाने लगा है । जब बात आती है आयुर्वेदिक सिद्धान्तों को आधुनिक मानकों की कसोटी पर कसने की तो ऑयल पुलिंग एक बहुत ही अच्छी, अत्यन्त लाभकारी और एकदम सरल थेरेपी के तौर पर सामने आयी है । आगे की स्लाइड में हम बात करेंगे कि किस तरह से यह क्रिया पूरी की जाती है ।
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