चिकनगुनिया का बुखार, कैसे पहचानें लक्षण और घरेलू उपचार
काफी दिनों से बुखार बना हुआ है और शरीर में खड़े होने की भी ताकत नही बन रही, बाकि की कसर पूरे शरीर में लगातार बन रहे दर्द ने पूरी कर रखी है। शुरूआत में इसको साधारण समझ कर नजर अंदाज किया और जब ज्यादा समस्या बनी तो डॉक्टर के पास जाने पर जाँच करवाने से मालूम चलता है कि चिकनगुनिया का बुखार बन गया है। पिछले कुछ वर्षों में चिकनगुनिया का बुखार एक सीजनल महमारी के रूप में सामने आया है। चिकनगुनिया के बुखार का डर बहुत से लोगों के मन में ऐसा बैठ गया है कि इसके नाम से भी घबराने लगते हैं और इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि लोगों को इसके बारे में सही जानकारी नही है। वास्तव में चिकनगुनिया का बुखार लाइलाज नही है और सही समय पर उचित चिकित्सकीय सलाह और उपचार से यह बुखार पूरी तरह ठीक हो जाता है। आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको चिकनगुनिया के बुखार के बारे में सही परिचय वाली जानकारी और इसके लिए कुछ कारगर घरेलू प्रयोगों के बारे में बता रहे हैं। सबसे पहले बात करते हैं इस बुखार के मुख्य लक्ष्णों के बारे में।तेज बुखार है मुख्य लक्षण :-
चिकनगुनिया के बुखार का सबसे शुरूआती लक्षण है तेज बुखार का आना और लम्बे समय तक बना रहना। आमतौर पर साधारण बुखार होने पर उसकी थर्मामीटर में रीडिंग 99 अथवा 100 तक आती है लेकिन जब चिकनगुनिया का बुखार बनता है तो इसमें प्रारम्भ से ही बुखार 102 के आसपास बनता है और 104 तक भी पहुँच सकता है। बीच में कुछ समय के लिए हल्का पड़ सकता है लेकिन दोबारा बार बार तेज होता रहता है और तेज बुखार का यह दौर 10 से लेकर 14 दिन तक बना रहता है। आगे की स्लाइड में जानकारी करेंगें चिकनगुनिया के कुछ अन्य लक्षणों के बारे में । Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved MeerutInstagram पर हमें फॉलो करें :- Prakashit Ayurved
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