पपीते की पत्ती का सेवन :-
सभी जानते हैं कि पपीते की पत्तियॉ डेंगू के बुखार में काफी अच्छा काम करती हैं और ये प्लेटलेट्स की काउण्ट को बढ़ाने का कार्य करती हैं। चिकनगुनिया के बुखार में भी पपीते के पत्ते बहुत अच्छे और लाभकारी रहते हैं। पपीते के तीन चार ताजे तोड़े गये पत्ते लेकर उनको कूटकर उनका जूस निकाल लीजिये और इस जूस का 10 मिलीलीटर की मात्रा में दिन में 3 बार सेवन करने से अच्छा लाभ मिलता है। आजकल बाजार में पपीते के पत्तो का सत्व निकाल कर तैयार किये गये कैप्सूल भी मिल जाते हैं, ये भी समान रूप से गुणकारी रहते हैं।महासुदर्शन चूर्ण है गुणकारी :-
महासुदर्शन चूर्ण आयुर्वेद की एक बहुत ही अनुपम और जल्दी आराम देने वाली चूर्ण औषधि है जो बुखार की समस्या को बहुत ही आसानी से दूर करती है और बुखार के कारण शरीर में आने वाली कमजोरी को भी दूर करती है। हाँलाकि इसका स्वाद कुछ कड़वा होता है लेकिन गुण उतने ही दिव्य होते हैं। इसका सेवन अदरक के रस के साथ अथवा ताजे पानी से अथवा शहद के साथ किया जा सकता है। इसकी मात्रा 5 से 10 ग्राम की एक मात्रा में दिन में तीन चार बार सेवन किया जाना चाहिये। आगे की स्लाइड में हम जानकारी करेंगें चिकनगुनिया के दर्द से राहत पाने के लिए उपाय के बारे में।Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved Meerut
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