सोमवार, 25 अक्टूबर 2021

भोजन करने के नियम नम्बर एक, दो और तीन

भोजन करने के नियम नम्बर एक, दो और तीन :-

1 :- दोस्तों भोजन करने का सबसे पहला नियम है सफाई। भोजन बनने का स्थान, भोजन बनाने एवं परोसने के पात्र, भोजन करने का स्थान और भोजन परोसने और करने वाले के हाथ और मुख भली प्रकार साफ रहना ही चाहिये। ऐसा क्यों जरूरी है इसको अलग से बताने की जरूरत नही है क्योंकि सफाई की महत्ता के बारे में हम सभी भली प्रकार जानते ही हैं। पूर्ण सफाई से बना भोजन जीवन में आरोग्यता और स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए जरूरी होता है।
2 :- दोस्तों दूसरा नियम यह है कि भोजन का स्तर आपके बैठने के स्तर से ऊँचा होना चाहिये। इसके दो कारण हैं। सनातन सँस्कृति में भोजन को ईश्वर का प्रसाद माना गया है इस नाते उसका स्तर हमेशा हमसे ऊपर रहता है। दूसरा कारण जो कि अधिक तर्कसंगत लगता है वह यह है कि भोजन को अपने बैठने के स्तर से ऊँचा रखने से भोजन करते वक्त आपको बार बार आगे नही झुकना पड़ता है जिससे पेट नही भिंचता है और पाचन क्रिया पर दबाव नही पड़ता है।
3 :- तीसरा नियम हमको यह बताता है कि भोजन करते वक्त हमको यथा सम्भव जमीन पर और पालथी लगाकर बैठना चाहिये, पैर लटका कर नही। ऐसा इसलिये कि जब हम पैर लटका कर बैठते हैं तो उदर की मसल्स पर खिंचाव पड़ता ही है जो कि भोजन करते वक्त उचित नही है। पालथी लगाकर बैठने से पेट पर खिंचाव नही पड़ता है। Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved Meerut
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