खाना खाने के कुछ नियम होते हैं, आप भी जान लीजिये
दोस्तों आज इस लेख के माध्यम से हम आपको एक बहुत ही अनूठी जानकारी दे रहे हैं। भोजन अर्थात आहार को आयुर्वेद में जीवन के तीन उप-स्तम्भों में से पहला माना गया है। इस आर्टीकल में हम आपको भोजन करने से जुड़े नियमों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। प्राचीन काल में भोजन को ईश्वर का प्रसाद समझ कर और सर्वशक्तिमान को अर्पित करके किया जाता था लेकिन आज के समय में भोजन सिर्फ पेट भरने और जीभ के स्वाद को सन्तुष्ट करने का साधन मात्र रह गया है। कहते हैं ना कि किसी भी रोग की जड़ पेट में छिपी होती है और हमारे द्वारा खाया जाने वाला भोजन उस जड़ को सींचित करने का साधन बन कर रह गया है। बहरहाल आज जो नियम हम आपको बता रहे हैं उनको अपनाकर आप भोजन को सही प्रकार करना सीख जायेंगें और बहुत सारी सम्भावित शारीरिक समस्याओं से बचे रहते हैं। ये नियम ज्यादा कुछ नही बस कुछ लॉजिकल छोटी छोटी बाते हैं। तो चलिये आगे की स्लाइड में जानकारी करते हैं भोजन करने के नियमों के बारे में। Youtube पर हमें सब्स्क्राब करें :- Prakashit Ayurved MeerutInstagram पर हमें फॉलो करें :- Prakashit Ayurved
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